यह कहानी बछो की इच्छा-आकांशा पर जोर देती है| एक परिवार में एक लड़की को गाने की बेहत तमन्ना है पर उसके माता पिता उसे पढाई करने पे मजबूर करते है और उसे गाना भी नहीं गाने देते| एक दिन वो लड़की ये साडी बाते अपने tichaर से कहेती है| उसकी टीचर उसके माता पिता को समज़कर उसे गाने के मुकाबले में हिस्सा लेने की उनसे इजाजत लेती है और वो लड़की उस मुकाबले में पहिली आते है|
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